इंसान की ख्वाहिश कभी भी कम या खत्म नहीं होती। एक के बाद एक हम ख्वाहिशों को जकड़ कर रखते हैं जहां एक ख्वाहिश पूरी हो तो दूसरी याद आ जाती है। इसी प्रकार से हर इंसान में कोई ना कोई कमी रहती है जो हमें खलती ही रहती है। यह भी संभव है कि […]
इंसान की ख्वाहिश कभी भी कम या खत्म नहीं होती। एक के बाद एक हम ख्वाहिशों को जकड़ कर रखते हैं जहां एक ख्वाहिश पूरी हो तो दूसरी याद आ जाती है। इसी प्रकार से हर इंसान में कोई ना कोई कमी रहती है जो हमें खलती ही रहती है। यह भी संभव है कि […]